2 अक्टूबर के दिन क्रूज़ पर आर्यन खान के साथ क्या हुआ था ? कैसे पकड़ा NCB ने ड्रग माफिया को ?

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इस पोस्ट में आप जानने वाले है कि 2 अक्टूबर को आर्यन खान के साथ आखिर हुआ क्या था और क्या सच्चाई है। नवाब मालिक ने जो आरोप लगाए है कि इस पूरे मामले में एक राजनैतिक साजिश है। NCB की हिरासत में मौजूद शाहरुख़ खान के बेटे आर्यन खान के साथ ली गई सेल्फी NCB के गले की हड्डी बन चुकी है। NCB के प्रबक्ता नवाब मालिक ने सवाल उठाया है कि जब वो वयक्ति NCB का कर्मचारी है ही नहीं, तो वो NCB के साथ कर क्या रहा था और उसे आर्यन का हाथ पकड़ कर NCB के ऑफिस ले जाने का अधिकार किसने दिया। नवाब मिल्क ने अरबाज़ मर्चेंट का हाथ पकड़ कर ले जाने वाले व्यक्ति पर भी सवाल उठाया है और फिर खुद ही बताया है कि आर्यन खान का हाथ पकड़ कर ले जाने वाला शख्स किरन गोस्वाभी है, जबकि दूसरा शख्स बीजेपी का उपाध्यक्ष मनीष भानुशाली है।

सवाल ये है कि आखिर ये किरन गोस्वाभी है कौन। नवाब मालिक कहते है कि किरन गोस्वाभी खुद को एक प्राइवेट डिटेक्टिव बताता है, अब एक प्राइवेट जासूस वह कर क्या रहा था और उसे किसने अधिकार दिया आर्यन का हाथ पकड़ कर ले जाने का। NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और DDG ज्ञानेश्वर सिंह ने दवा किया है कि वो उनका पंच गवाह है और ऐसे कई गवाहों की मदद उसमे ली गई। कानून में स्वतंत्र गवाह का प्रावधान होता है और ये बात सब जानते है।

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हलाकि आर्यन के साथ सेल्फी और उसका हाथ पकड़ कर ले जाने के लिए कैसे उसको अधिकार मिला, इस सवाल का जवाब अभी तक NCB ने नहीं दिया। NCB सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक किरन गोसवाबी थाने का रहने वाला है और वह उसे खुद NCB के एक इंटेलिजेंस अधिकारी ने बुलाया था। जानकारी के मुताबिक किरन और दूसरे गवाह को 2 अक्टूबर को सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर इंटरनेशनल टर्मिनल ग्रीन गेट पर बुलाया गया था। फिर वह पर उनका समीर वानखेड़े और टीम के लोगो से उनका परिचय कराया गया था।

उस NCB अफसर ने उसे वह बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली है कि कार्डेलिया क्रूज़ पर कुछ लोग ड्रग्स के साथ आने वाले है। उस अफसर के पास कुछ संदिध लोगो के नाम भी थे। अफसर ने दोनों को सर्च के दौरान उसके साथ मौजूद रहने को कहा और NCB टीम का गेट पास दिखा कर टर्मिनल के अन्दर चले गए। किरन गोस्वाभी और दूसरे गवाह को अंदर आने के लिए लिखित में इजाज़त ली गई। अंदर CISF की एक महिला जवान को भी सर्च में मदद के लिए साथ में लिया गया।

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नियम के अनुसार ये भी पुख्ता किया गया कि टीम के पास पहले से कोई प्रतिबंधित पदार्थ न हो, सिर्फ स्टेशनरी, NCB सील, DD किट, डिजिटल वजन मशीन, लैपटॉप और प्रिंटर जैसे सामान ही साथ में थे। सब तयारी होने के बाद NCB टीम ने डिपार्चर गेट पर नज़र रखनी शुरू करी और श्याम तकरीबन 5 बजे सबसे पहले विक्रांत चोकर पर उन्हें शक हुआ। उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से मेफेड्रोन ड्रग मिली। उसके बाद इसे सिंह चड्डा के पास से MDMA और 40 हज़ार रूपए मिले।

डिपार्चर गेट पर ही NCB को दो और व्यक्तियों पर शक हुआ तो जब उनसे उनका नाम पूछा गया, तो एक ने अपना नाम अरबाज़ मर्चेंट बताया और दूसरे ने आर्यन शाहरुख़ खान बताया। NCB अधिकारी ने अपनी पहचान बताई और उनकी तलाशी हुई, तो अरबाज़ के जूते में छिपा कर रक्खी गई चरस बरामद हुई। अरबाज़ ने NCB को बताया कि वो और आर्यन खान दोनों चरस लेते है और इसी लिए वो दोनों कार्डेलिया क्रूज़ में जा रहे थे। जब आर्यन से पूछा गया तो उसने भी कहा हां वो भी चरस लेता है और बरामद चरस क्रूज़ पर स्मोकिंग के लिए ली गई थी।

इसके बाद गोमित चोपड़ा पर भी शक हुआ और शक के आधार पर उसकी तलाशी ली गई, उसके पास से MDMA और 93000 रूपए मिले। सूत्रों के मुताबिक किरन गोस्वाभी और दूसरे गवाह इस पूरी कारवाही के गवाह थे। वह पंचनामे के बाद सभी आरोपियों को लेकर टीम NCB के दफ्तर आ गई। प्रेसकॉन्फ्रेंस में NCB के प्रभाक्ता नवाब मालिक ने किरन गोशवाबी को फ्रॉड बताते हुए उसके खिलाफ पुणे में एक आपराधिक मामला दर्ज होने का भी दावा कर दिया।

उसके खिलाफ साल 2018 में फेसबुक के ज़रिए नौकरी देने का वादा करके ठगने का मामला है। किरन की सोशल मीडिया में अलग अलग तस्वीरें है जिसमे वो अपनी निजी कार में आगे पुलिस का बोर्ड लगाए हुए दीखता है। किरन गोशवाबी का एक फोटो BJP के मनीष भानुशाली के साथ सेल्फी वाला भी है।

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