Ganesh Chaturthi: दक्षिण भारत में बेंगलुरु के सत्य साईं गणपति मंदिर को भव्यता से सजाया गया है।

श्रावण के बाद देशभर में गणेश चतुर्थी मनाने के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. विभिन्न क्षेत्रों में गणेश स्थापना से पूर्व मंडप एवं विशाल पंडालों का निर्माण कर महत्वपूर्ण कार्य किया गया है। मुंबई, गुजरात समेत देश के कई राज्यों में बप्पा की पूजा की तैयारियां की जा रही हैं. ऐसे ही बेंगलुरु के पुटेनहल्ली में भारतीय करेंसी नोटों और सिक्कों का इस्तेमाल कर अद्भुत नक्काशी की गई है। इस काम के लिए ढाई करोड़ रुपये की भारतीय मुद्रा का इस्तेमाल किया जा रहा है.
गणेश चतुर्थी से पहले यहां की गई सजावट में 2 करोड़ रुपये के नोट और 50 लाख रुपये के सिक्कों का इस्तेमाल किया गया है. ये सजावट पुट्टेनहल्ली के सत्य साईं गणपति मंदिर में की गई है. इतने करोड़ की लागत से बप्पा के पंडाल की सजावट के साथ-साथ यहां कुछ जरूरी काम भी किए गए हैं.
गणेश मंदिर की सजावट में 10, 20, 50, 100, 200, 500 रुपये समेत करेंसी नोटों और सिक्कों का इस्तेमाल किया गया है। इस सजावट के साथ-साथ पंडाल की सुरक्षा के भी खास इंतजाम किए गए हैं.
किसी भी चोरी या किसी परेशानी को रोकने के लिए यहां सीसीटीवी कैमरों के कुल 22 सेट भी लगाए जा रहे हैं, जबकि गणेश मंदिर को नोटों और सिक्कों से खूबसूरती से सजाया गया है। जिसके आधार पर इस पंडाल पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है.
गणेश मंदिर में तकनीक की मदद से सीसीटीवी कैमरों से निगरानी स्थापित की गई है, वहीं बंदूकधारियों के साथ सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। ताकि कोई भी आपराधिक गतिविधि नजर आने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके.
गणेश चतुर्थी से पहले की गई इस भव्य सजावट में करीब 150 श्रद्धालु शामिल हुए. जिन्हें विभिन्न तरीकों से करेंसी नोटों और सिक्कों का उपयोग करके सजाया गया है। पंडाल में रुपयों से कई आकर्षक डिजाइन तैयार किए गए हैं.
इस भव्य ढाई करोड़ रुपये से की गई सजावट की जानकारी पाकर बप्पा के भक्त भी काफी उत्साहित हैं. महोत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हों और कोई परेशानी न हो, इसके लिए भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
देखिए इस सजावट की कुछ और अद्भुत तस्वीरें, सजावट में सिक्कों का भी अलग-अलग तरह से इस्तेमाल किया गया है। गणेश जी के भक्त भी यहां दर्शन के लिए जाने को लेकर उत्साहित रहते हैं।