Eclipse: 9 साल बाद एक ही महीने में दो ग्रहण का संयोग, देश समेत दुनिया में मचेगी ऐसी उथल-पुथल...

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ज्योतिषीय गणना में ग्रहण की घटनाओं को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। वैज्ञानिक दृष्टि से ग्रहण को एक खगोलीय घटना माना जाता है। लेकिन धार्मिक दृष्टि से जब सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण लगता है तो उसे ज्योतिष शास्त्र में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। साल 2023 का आखिरी सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण अक्टूबर महीने में पड़ रहा है, जिसका असर न सिर्फ मानव जीवन पर बल्कि पूरी दुनिया पर देखने को मिलेगा।

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हिंदू कैलेंडर के अनुसार, 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लग रहा है, इसके ठीक 15 दिन बाद 29 अक्टूबर की पूर्णिमा को चंद्र ग्रहण लगेगा। 15 दिन के अंतराल पर सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण पड़ने से इसका असर पूरे देश और दुनिया पर पड़ेगा, जो अशुभ संकेत देगा। अक्टूबर महीने में चंद्र और सूर्य ग्रहण के कारण कई बदलाव देखने को मिलेंगे।

अयोध्या के ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 9 साल पहले पूर्णिमा तिथि पर चंद्र ग्रहण लगा था और अब 9 साल बाद एक बार फिर पूर्णिमा तिथि पर चंद्र ग्रहण लग रहा है. 9 वर्ष पूर्व हुए चंद्रग्रहण के फलस्वरूप सनातन विरोधी गतिविधियाँ नष्ट हो गईं। इसी को ध्यान में रखते हुए अयोध्या के ज्योतिषी ने चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण को लेकर बड़ा दावा किया है.

अयोध्या के ज्योतिषाचार्य पं. कल्कि राम के मुताबिक अक्टूबर 2023 के आखिरी पखवाड़े में दो ग्रहण पड़ रहे हैं, जिसका असर देश-दुनिया पर पड़ेगा, जो अशुभता का संकेत दे रहा है। इतना ही नहीं, 9 साल पहले शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण हुआ था, जिसके परिणामस्वरूप सनातन विरोधी गतिविधियों का खात्मा हो गया था। आज वे सतियाना विरोधी लोग हर जगह घूम रहे हैं।

नौ साल बाद एक बार फिर देश और दुनिया के सामने वही स्थिति सामने आ रही है। अक्टूबर 2023 के चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण के कारण देश-दुनिया में कई तरह के परिणाम देखने को मिलेंगे. विश्व के सभी देशों में अशांति बढ़ेगी। आपसी विद्रोह होगा. कई देश युद्ध में होंगे या युद्धरत होंगे। लेकिन इसका असर भारत में भी आंशिक रूप से देखने को मिलेगा.

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ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम ने कहा कि जो लोग भारत के विरोधी हैं, वे अपने कर्मों से नष्ट हो जायेंगे। भारत 21वीं सदी की राह पर है. उसका भविष्य उज्ज्वल है। शरद पूर्णिमा के दिन लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत समेत कई देशों में देखा जाएगा। लेकिन भारत में सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा. इसका असर देश और दुनिया पर पड़ेगा. इंसान के जीवन में भी उथल-पुथल मच जाएगी. ऐसी विपरीत परिस्थितियों में महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए, जिससे कल के ग्रहण से राहत मिलेगी और असुविधा से बचा जा सकेगा।

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