Covid-19 and Omicron: रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का सस्ता और प्राकृतिक तरीका, जानिए क्या है?

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ओमाइक्रोन सहित कोविड-19 के विभिन्न रूपों से बचने के लिए, मास्क पहनने, हाथों को सेनिटाइज करने, सोशल डिस्टेंसिंग आदि पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। कुछ लोगों की अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली होती है। वे इम्युनिटी बढ़ाने में लगे हैं। वहीं दूसरी ओर विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए इम्युनिटी/इम्युनिटी कोरोनावायरस जैसी नहीं है। इम्युनिटी (Immunity) का मजबूत होना बहुत जरूरी है। ऐसे में वे इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए एक्सरसाइज कर रहे हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के तरीके भी अपना रहे हैं। हालांकि, इम्युनिटी बढ़ाने का एक तरीका और प्राकृतिक तरीका है।

यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का सबसे अच्छा और प्राकृतिक तरीका है और इसके जरिए प्राकृतिक रूप से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। भारत में लगभग 70-90% लोगों में विटामिन डी की कमी है। जिन लोगों में विटामिन डी की कमी होती है उनमें भी कमजोर प्रतिरक्षा होती है। ऐसे में अगर कोई विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए पर्याप्त धूप लेता है तो उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। विटामिन डी की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस (ऑस्टियोपोरोसिस), कैंसर (कैंसर), डिप्रेशन (डिप्रेशन), मांसपेशियों में कमजोरी (मांसपेशियों में कमजोरी) जैसी कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। शोध के अनुसार, कुछ ही खाद्य पदार्थ हैं जो विटामिन डी से भरपूर होते हैं। जैसे कॉड लिवर ऑयल (कॉड लिवर ऑयल), स्वोर्डफ़िश (स्वोर्डफ़िश), सैल्मन (सैल्मन), टूना (टूना), अंडे की जर्दी (अंडे की जर्दी), मशरूम (मशरूम)।


 
हालांकि, उनसे विटामिन डी प्राप्त करने के लिए उन्हें रोजाना सेवन करने की आवश्यकता होगी। लेकिन आप चाहें तो सूरज की रोशनी इस कमी को पूरा कर सकती है। दरअसल, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के मुताबिक, भारत को 600-800 IU विटामिन डी की जरूरत होती है। डेस्क जॉब चाहने वालों को भी धूप जरूर लेनी चाहिए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि जो लोग खिड़की के शीशे से सूरज की रोशनी को अंदर ले जाते हैं, उनमें भी विटामिन डी की कमी होने का खतरा होता है, इसलिए जरूरी है कि सीधे धूप में ही बैठें।

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