Vastu tips: इन अवसरों पर घर में नहीं बनाई जाती है रोटी, जानिए क्यों? 
 

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कहते हैं वास्तु की मानें तो घर में अक्सर रोटी भी समय के अनुसार बनाई जाती है कहते हैं कि रोटी की बिना इंसान का जीवन अधूरा है लेकिन आमतौर पर कई बार ऐसा होता है कि हिंदू धर्म को पर कभी भी रोटी नहीं बनाई जाती आज हम आपको बताते हैं कि जब रोटी बनाने की मनाही होती है वह वक्त कौन सा होता है।

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मृत्यु
वास्तु की माने तो घर में किसी की मृत्यु हो जाने पर रोटियां सेकना अच्छा नहीं होता ऐसे में पैरवी संस्कार के बाद ही घर में रोटी से की जाती है मान्यता है कि तहरवी से पहले रोटी बनाने से मृत इंसान की सोच में शरीर पर फफोले पड़ जाते हैं।

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नागपंचमी
वास्तु की मानें तो नाग पंचमी के दिन भी रोटी नहीं बनाई जाती है इस दिन खीर पूरी हलवा जैसे चीजें बनाई जाती है नाग पंचमी के दिन आंच पर तवा  नहीं रखा जाता है ऐसा कहा जाता है कि नाग के फन का प्रतिरूप होते इसलिए नाग पंचमी पर अग्नि पर नहीं रखा जाता है।

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शीतलाष्टमी
शीतलाष्टमी पर शीतला माता की पूजा का विधान है इस दिन माता को भारतीय खाने का भोग लगाया जाता है और उसे खाया जाता है शीतलाष्टमी पर सूर्योदय से पहले ही माता को भस्म खाने का भोग लगाया जाता है इसलिए उसी का प्रसाद ग्रहण होता है।

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शरद पूर्णिमा
शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की सोलह कलाओं से दक्षिण ऐसा कहा जाता है कि शरद पूर्णिमा की शाम को खीर बनाकर चांद की रोशनी में खाना अच्छा होता है अगले दिन सुबह पैसे रखने की बात कर सकते हैं चांद की रोशनी में ही रखी खीर खाने की परंपरा होती है और घर में रोटी नहीं से की जाती।

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माता लक्ष्मी के त्योहार
वास्तु की मानें तो माता लक्ष्मी से संबंधित त्योहारों पर मैं रोटी नहीं बनाई जाती इसमें से एक बार दीपावली है दीपावली के दिन आप सात्विक भोजन पूरी मिठाई का सेवन करते हैं इस दिन रोटी नहीं बनती।

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