Travel tips: दिल्ली में यहां है मिर्जा गालिब की हवेली, इश्क पर शायरी करने वाले जरुर जाएं 

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अगर आप दिल्ली में वैकेशन बनाने का है और आप एक खास जगह घूमना चाहते हैं तो आज हम आपको एक खास जगह के बारे में बताते हैं आपने शायरी में ग़ालिब का नाम सुना का अक्सर गालिब का नाम लेकर शायरी पढ़ी जाती है लेकिन आज हम आपको दिल्ली में एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे जो गालिब के नाम से काफी प्रचलित है।

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गालिब को इश्क को जीने के लिए आना चाहता है कहा गया है कि इश्क की शुरुआत गालिब से होती है और उसी पर शेरो शायरी भी की जाती लेकिन आज हम आपको दिल्ली में गालिब की हवेली घुमाने जा रहे हैं दिल्ली में साहित्य कला प्रेमियों के लिए जगह बेहद खास है क्योंकि यह हवेली गालिब के दौर में आप को ले जाएगी जहां आप मिर्जा गालिब की हवेली पुरानी दिल्ली की कासिम जान बल्लीमारान नाम की गली में मौजूद है।

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मिर्जा गालिब की हवेली को भारतीय पुरातत्व विभाग ने धरोहर घोषित किया अगर आप दिल्ली गए हैं तो इस राष्ट्रीय धरोहर का दीदार करें यहां आपको घूमने के लिए खास है क्योंकि आप यहां मिर्जा गालिब के बारे में जान सकते हैं।

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कहा जाता है कि गालिब ने आखरी साल से घर में बिताए थे दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने घर कभी खरीदा नहीं बल्कि एक हकीम ने उन्हें उपहार के तौर पर से भेंट किया था 15 फरवरी 1659 को कोमा में जाने के बाद उनकी मौत हो गई थी।

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अगर आप इस हवेली में जाएंगे तो आपको यहां कभी के पत्थर की मूर्ति दिखेगी तभी की जीवन शैली को चित्रित करती है तस्वीर है साथी आपको यहां कांच के बॉक्स में ग़ालिब की कविताएं खूबसूरती से संजोए गई है उनकी तस्वीरें भी देख सकते हैं।

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