Mohammed Shami Net worth: जानिए कितनी संपत्ति के मालिक हैं मोहम्मद शमी

 

मोहम्मद शमी एक भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं जो भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं. उन्हें रिवर्स स्विंग एक्सपर्ट के रूप में जाना जाता है. वह दाएं हाथ का तेज गेंदबाज है, जो लगातार 145 से 150 किमी/घंटा की गति से गेंदबाजी करता है, और उस गति से गेंद को स्विंग और सीम भी करता हैं. आज इस लेख में हम क्रिकेटर मोहम्मद शमी का क्रिकेटर करियर. पर्सनल लाइफ और नेट वर्थ के बारे में जानेगे.

मोहम्मद शमी की नेट वर्थ

मोहम्मद शमी की कुल संपत्ति लगभग 36 करोड़ रुपये है. शमी की आय और निवल संपत्ति का मुख्य स्रोत क्रिकेट से आया था. क्रिकेटर की ब्रांड वैल्यू बहुत अधिक है और दुनिया भर में सबसे सफल और सम्मानित खिलाड़ी भी हैं. वह विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय क्रिकेट मैचों और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से भी करोड़ों की कमाई करते हैं. इसके आलावा उन्हें कई बड़े ब्रांड्स के विज्ञापनों से भी मोटी कमाई होती हैं.

मोहम्मद शमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा में एक लक्ज़री घर के मालिक हैं. क्रिकेटर का कार कलेक्शन काफी छोटा है. उनके पास दुनिया की कुछ बेहतरीन लग्जरी कारें हैं. जिसमे टोयोटा फॉर्च्यूनर, बीएमडब्ल्यू 5 सीरीज, ऑडी, शामिल हैं.

शमी का इंटरनेशनल और आईपीएल करियर


मोहम्मद शमी ने साल 2013 में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे क्रिकेट से इंटरनेशल क्रिकेटर में डेब्यू किया था. जिसके बाद से तूफानी गेंदबाज ने अपने करियर में 53 टेस्ट, 79 वनडे और 12 टी20I मैचों में क्रमश: 191, 148 और 12 विकेट अपने नाम किये हैं.

आईपीएल में मोहम्मद शमी ने अब तक 71 मैचों में 32.96 की औसत और 8.81 की इकॉनोमी दर से 68 विकेट अपने नाम किये हैं. जिस दौरान उनका सर्वोच्च गेंदबाजी प्रदर्शन 3/15 रहा हैं.

मोहम्मद शमी की पर्सनल लाइफ

मोहम्मद शमी ने 6 जून 2014 को हसीन जहां से शादी की थी. 9 मार्च 2018 को शमी और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ उनकी पत्नी ने घरेलू हिंसा और व्यभिचार का हवाला देते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके अलावा उनकी पत्नी ने  शमी पर हत्या के प्रयास और बलात्कार का आरोप लगाया गया था. हसीन ने गेंदबाज पर मैच फिक्सिंग के आरोप भी लगाए थे.

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आरोपों के परिणामस्वरूप शमी को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से हटा दिया गया था. 22 मार्च 2018 को, बीसीसीआई ने शमी के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट को भ्रष्टाचार विरोधी इकाई (एसीयू) द्वारा भ्रष्टाचार के आरोपों से मुक्त करने के बाद मंजूरी मिल गयी थी.