Lifestyle News – अगर आपकी सुबह की शुरूआत सोशल मीडिया से होती हैं, ये आदत नहीं रोग हैं

 

तकनीकी का विकास हमारी सुख सुविधाओं के लिए किया जाता हैं, लिकन कई बार यह तकनीकियां हमारे जीवन पर दुषप्रभाव डालती हैं, इन्हीं में से एक चीज हैं मोबाइल और उसमे चलने वाले सोशल मीडिया, जिसने हमे एक दूसरे के पास तो ला दिया, लेकिन यह हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गया हैं और हमे इसकी आदत हो गई हैं या फिर इसका रोग।

दिन की शुरुआत में अगर आप भी हाथ में मोबाइल लेकर सोशल मीडिया पर घूम रहे हैं और घंटों ऐसा कर रहे हैं तो अभी रुक जाइए। ऐसा इसलिए है क्योंकि सोशल मीडिया के अत्यधिक उपयोग ने अलग-अलग उम्र के बच्चों के स्वास्थ्य को प्रभावित करना शुरू कर दिया है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, 11 से 13 वर्ष की आयु की लड़कियां जो सोशल मीडिया पर सबसे अधिक समय बिताती हैं, उनके एक वर्ष के बाद अपने जीवन से असंतुष्ट होने की संभावना अधिक होती है। इसका असर 14 से 15 साल की उम्र के बच्चों में देखा गया। किसी अन्य उम्र में चिकित्सकों ने ऐसा मामला नहीं पाया है।

2017 और 2021 के बीच 5 से 16 वर्ष की आयु के बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य में गिरावट की घटनाओं में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई। संक्षेप में, प्रत्येक कक्षा में ऐसे पाँच विद्यार्थी हैं।

कैसे छुटकारा प्राप्त कर सकते हैं-

जब बच्चे सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं तो माता-पिता को उनके लिए कुछ नियम तय करने चाहिए ताकि उनके बच्चों के सोने का समय कम न हो।

सोशल मीडिया पर जो कुछ भी सामने आता है वह किसी भी उम्र में व्यक्ति के दिमाग को प्रभावित करता है, न कि केवल बहुत कम उम्र में। इसलिए, प्रत्येक व्यक्ति को अपने लिए यह तय करना चाहिए कि उसने जो देखा है उसे कितनी गंभीरता से लेना चाहिए और कितनी बार सोचना चाहिए।

इसलिए आज से ही सोशल मीडिया का यूज कम करें।