Religious Tips: काली चौदस पर इस तरह करें देवी-देवताओं की पूजा, मिलेगा महाकाली का आशीर्वाद..

 

काली चौदश उस आलस्य और बुराई को दूर करने का दिन है जो हमारे जीवन को नरक बना देती है। इस वर्ष काली चौदस तिथि है। 11/11/2023 शनिवार को मनाई जाएगी। इस वर्ष काली चौदश शनिवार को है, इसलिए दुर्लभ सिद्धि योग बनेगा। इस दिन माता काली, भैरव, हनुमानजी और तंत्र, मंत्र, यंत्र की साधना का विशेष महत्व है। तो फिर किस समय और कैसे करनी चाहिए पूजा? जानते है

काली चौदस की पूजा का शुभ समय
समय 12:24 अपराह्न से 16:32 अपराह्न तक चला, लाभ, अमृत

लाभ सायं 17:55 से 19:32 तक

रात्रि 21:10 से 26:01 तक शुभ, अमृत, चल

काली चौदश पूजा अनुष्ठान
काली चौदश के दिन स्नान से पहले तिल का तेल और चंदन का लेप लगाना चाहिए। स्नान करने के बाद माथे पर तिलक लगाकर पूजा करनी चाहिए। सूर्योदय से पहले स्नान करें और घर के बाहर नाली के पास तिल के तेल का दीपक जलाएं। सूर्योदय के बाद सूर्यदेव को जल चढ़ाकर भगवान श्रीकृष्ण, महाकाली माता, हनुमानजी, कालभैरव की पूजा करनी चाहिए।

शाम के समय घर की दहलीज पर दक्षिण दिशा की ओर मुख करके चौमुखा दीपक जलाना चाहिए। सभी देवी-देवताओं की पूजा करना। घर, ऑफिस या दुकान के बाहर तेल का दीपक जलाएं। इससे मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है। इस प्रकार काली चौदस के दिन और रात में की गई पूजा या साधना हजार गुना फल देती है।

इस दिन घर के मुख्य दरवाजे के बाहर दक्षिण दिशा में तेल का दीपक जलाना चाहिए। और दक्षिण दिशा की ओर मुख करके यम देवता से प्रार्थना करनी चाहिए। जाने-अनजाने में हुए पापों के लिए क्षमा मांगनी चाहिए। ऐसा करने से यमराज प्रसन्न होते हैं और आपके पापों का नाश करते हैं।

काली चौदस की रात को धूप-दीप जलाकर लाल या केसरिया वस्त्र पहनकर हनुमानजी के सामने बैठना चाहिए।काली चौदश के दिन हनुमानजी के मंत्र की सात माला का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से आपके कार्यों में आने वाली बाधाएं, रोग, खतरे या अन्य कठिनाइयां दूर हो जाती हैं।

काले चौदह के लिए ऐसा करें
इस दिन घर की साफ-सफाई करें। और आधी रात के समय बेकार और टूटी-फूटी चीजों को घर से बाहर फेंक दें। नरक चतुर्दशी के दिन शाम के समय 14 दीपक जलाने चाहिए। काली चौदशे भूलकर भी किसी जीव की हत्या न करें। इस दिन दक्षिण दिशा को गंदा न रखें। तिल के तेल का दान भी न करें। इस दिन भूलकर भी झाड़ू पर पैर न लगाएं।