Cashew Nuts: खा रहे हैं तो जरूर पढ़ें, इन लोगों के लिए जहर के समान है काजू!

 

काजू खाने के साइड इफेक्ट्स: किसी भी चीज को अधिक मात्रा में खाने से हमारे शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। तो फिर वह चीज सेहत के लिए फायदेमंद क्यों न हो। काजू को एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत माना जाता है. इसमें कैल्शियम प्रोटीन, विटामिन और पोटैशियम अच्छी मात्रा में होता है। लेकिन जब इस काजू को कोई बीमारी से पीड़ित व्यक्ति खा ले तो परेशानी हो सकती है। आज हम आपको ऐसी बीमारियों के बारे में बताएंगे जिनसे पीड़ित मरीज को काजू बहुत सोच समझकर खाना चाहिए।

1) सिरदर्द की समस्या:
भारत में सिरदर्द की समस्या आम मानी जाती है। लेकिन यही समस्या आगे चलकर माइग्रेन का रूप ले लेती है। यानी माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति को काजू से दूर रहना चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि काजू में अमीनो एसिड टायरामाइन और फेनथाइलामाइन भी होता है, जो सिरदर्द की समस्या को बढ़ा सकता है।

2) डाइटर:
बदलते वक्त के साथ लोगों की सोच में भी बदलाव आया है। आज हर कोई खुद को फिट रखना चाहता है। यही कारण है कि बड़ी संख्या में लोग योग, जिम करने के लिए कतार में लगे हैं। इसी क्रम में अगर आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो भूलकर भी काजू न खाएं. क्योंकि अनुमानतः 30 ग्राम काजू में 169 कैलोरी और 13.1 फैट होता है, जिससे वजन घटने की बजाय वजन बढ़ने लगता है।

3) ब्लड प्रेशर के मरीज:
अगर किसी को हाई बीपी की समस्या है तो उसे अपनी डाइट से काजू को हटा देना चाहिए. काजू में सोडियम होता है और यही सोडियम ब्लड प्रेशर बढ़ाता है. जिससे स्थिति चिंताजनक हो जाती है.

4) दवाएँ कम असरदार होती हैं:
एक अनुमान के मुताबिक 3-4 काजू में 83.5 मिलीग्राम मैग्नीशियम होता है। वही मैग्नीशियम मधुमेह, थायरॉइड की दवाओं पर बहुत बड़ा प्रभाव डालता है। यानी यह दवाओं के असर को कम करता है। इसलिए शुगर की समस्या वाले मरीजों को काजू खाने की सलाह बिल्कुल भी नहीं दी जाती है.

इस प्रकार, हालांकि काजू एक उत्कृष्ट सूखा फल है, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं जिन्हें कुछ बीमारियों से पीड़ित लोगों को ध्यान से पढ़ना चाहिए।

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